मधुबनी जिला मुख्यालय सहित दुर्गा मन्दिर आ ग्रामीण क्षेत्रक पूजा पंडालमे कलश स्थापित करबाक संग बृहस्पति दिन नवरात्रिक उत्सव शुरू भेल। वैदिक मंत्रक पाठ आ दुर्गा सप्तशतीसँ जिलाक वातावरण आध्यात्मिक भऽ गेल अछि। मिथिलामे दसों दिन कलश पर नवदुर्गा सहित सभ देवी-देवताक पूजाक विधान अछि। ओना प्रचलनमे भक्तगण नवरात्रिक पहिल दिन देवी शैलपुत्रीक पूजाक रुपमे आराधना सेहो करैत छथि। शास्त्रमे कहल गेल अछि जे देवी शैलपुत्रीक निष्ठापूर्वक पूजा कहियो विफल नहिं होइत अछि। हुनकर अनिवार्य मुद्रा सदैव भक्तलोकनिकेँ लाभान्वित करैत अछि।
हजारो श्रद्धालु भोर होइत हाथमे फूल, फल, अक्षत, तिल, जौ, धूप, दीप, नैवेद्य सs सजल डालि लऽ कऽ दुर्गा मन्दिर आ पूजा पंडाल दिसि जाइत देखल गेलथि। मन्दिर आ पूजा पंडालमे भक्तलोकनिक भीड़केँ सम्हारबाक लेल पूजा समितिक सदस्यलोकनिकेँ बहुत परिश्रम करैत देखल गेल।
मधुबनी शहरमे सप्तेश्वरी स्थान, गंगासागर परिसरमे महाराज कामेश्वर सिंह रामेश्वरी लता दुर्गा मन्दिर, आदर्शनगर दुर्गा मन्दिर, गिलेशन दुर्गा मन्दिर, भौआड़ाक दुर्गा मन्दिर सहित १५ ठाम माँ दुर्गाक पूजा कयल जा रहल अछि। जतए भोरसँ भक्तलोकनिक भीड़ उमड़ि रहल छल। देवी मन्दिर आ पूजा पंडालमे पण्डित दुर्गा सप्तशतीक पाठ कऽ पुण्यक भागी बनि एवं बना रहल छलथि।
शारदिय नवरात्रिक अवसर पर शहरसँ ग्रामीण क्षेत्र धरि कुमारी कन्या आ महिलासभ कलश शोभायात्रा निकाललनि आ सम्पूर्ण वातावरणकेँ आध्यात्मिक बना देलनि। कलश शोभायात्रामे शामिल कन्या आ महिला मां देवी दुर्गाक जयजयकारसँ वातावरण पूर्ण रूपसँ उत्सवपूर्ण छल। शारदिय नवरात्रिक लेल शहरसँ गाममे पूजा पंडाल आ देवी दुर्गा सहित अन्य देवताक मूर्तिकेँ अंतिम रूप देल जा रहल अछि। देवी दुर्गा सहित अन्य देवी-देवताक मूर्तिकेँ आकर्षक रूप देबाक लेल मूर्तिकार दिन-राति काज कऽ रहल छथि।