राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बृहस्पतिकेँ संसद, लोकसभा आ राज्यसभाक दुनू सदनक संयुक्त बैसारकेँ सम्बोधित करैत ५० साल पहिने देशमे लगाओल गेल आपातकालक उल्लेख कयलनि। एहि पर सवाल उठाबैत कांग्रेस कहलक अछि जे आब ५० साल पुरान बात पर चर्चा करबासँ की फायदा अछि। संगहि भाजपा आ ओकर सहयोगी दल आपातकालपर चर्चा करब आवश्यक कहलक।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसदक दुनू सदनक बैसारकेँ सम्बोधित करैत कहलनि, “आइ २७ जून अछि। २५ जून, १९७५ केँ लागू भेल आपातकाल संविधान पर सीधा हमलाक सबसँ पैघ आ सबसँ कारी अध्याय छल। तखनि पूरा देशमे हंगामा मचि गेल छल। मुदा, देश एहेन असंवैधानिक शक्तिसभ पर विजय प्राप्त कयलक अछि किएक तँ गणतंत्रक परम्परा भारतक मूलमे रहल अछि। हमर सरकार भारतक संविधानकेँ सेहो नहिं मात्र शासनक माध्यमक रूपमे मानैत अछि, अपितु हम अपन संविधानकेँ जनचेतनाक हिस्सा बनयबाक प्रयास कऽ रहल छी। एहि उद्देश्यसँ हमर सरकार २६ नवम्बरकेँ संविधान दिवसक रूपमे मनाबय लागल अछि। आब भारतक ओहि भाग, हमर जम्मू आ कश्मीरमे सेहो संविधान पूर्ण रूपसँ लागू भऽ गेल अछि, जतय अनुच्छेद ३७०क कारण परिस्थिति भिन्न छल।”
जखनि राष्ट्रपति १९७५ मे लगाओल गेल आपातकालक उल्लेख करय लगलीह तखन कांग्रेसक सांसद संयुक्ते बैसारमे नाराबाजी शुरू कऽ देलनि। बादमे मीडियासँ बातचीत करैत कांग्रेसक वरिष्ठ नेता शशि थरूर कहलनि जे बहुत रास मुद्दा उठाओल जेबाक चाही, ओहिपर चर्चा होयबाक चाही। मुदा, जतय धरि आपातकालक सवाल अछि, ई ५० साल पुरान अछि, आब एहि पर चर्चा वा बजबाक की फायदा। बल्कि आइ बेरोजगारी आ लोकक अन्य समस्या पर चर्चा करबाक आवश्यकता अछि।
कांग्रेसक बयानक प्रतिवाद करैत भाजपा सांसद अरुण गोविल कहलनि जे एहि पुरान मुद्दाकेँ किएक नहिं उठाओल जाय। आपातकाल एकटा एहेन धब्बा अछि जे कहियो मिटा नहिं सकैत अछि। कांग्रेस आइ संविधानक बात करैत अछि। कांग्रेस द्वारा आपातकाल लगा कऽ ओही संविधानकेँ बिगाड़ल गेल आ हुनका लोकनिकेँ एहि लेल माफी मांगबाक चाही।
केन्द्रीय मंत्री आ रालोदक राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी सेहो आपातकालक उल्लेखकेँ उचित ठहराबैत कहलनि जे भारतक संविधान मात्र एकटा दस्तावेज नहिं अछि, अपितु ई जनताक दस्तावेज अछि। आइ देशमे हमर संवैधानिक संस्था मजबूत अछि आ लोककेँ ओहिपर पूरा विश्वास आ गर्व अछि। चुनाव आयोग चुनावमे महत्वपूर्ण भूमिका निभौलक अछि, आम जनता आ विशेष रूपसँ महिला लोकनि अपन भविष्यक लेल मतदान करबाक लेल पैघ संख्यामे निकलल छथि आ आइ देशमे पूर्ण आ ऐतिहासिक बहुमतक सरकार अछि।