राजनीति

सीएम पदक लेल पप्पू यादव लेलनि कांग्रेसक दूटा नेताक नाम

पटना समदिया
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शक्ति यादव कहलनि जे कोनो पार्टीसॅं नहि जुडल पप्पू यादव तेजस्वीक नेतृत्व पर सवाल उठाकेँ की हासिल करय चाहैत छथि ? जे स्वयं खौंझायल अछि ओकरा कियो दोसर किएक खौंझायत।

सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादवकेँ कांग्रेसक बैसारमे भाग लेबय आओर तेजस्वी यादवक नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठयला पर राष्ट्रीय जनता दलक प्रवक्ता शक्ति यादव कड़ा प्रतिक्रिया देलनि अछि। झारखंडक जमशेदपुरमे बात करैत शक्ति यादव कहलनि जे तेजस्वी यादव गठबंधनक निर्विवाद नेता छथि। बिहारक जनताक भरोसा 2020 सॅं हुनका संग अछि।

शक्ति यादव कहलनि जे, “कोनो पार्टीसँ जुड़ल नहि पप्पू यादव तेजस्वीक नेतृत्व पर सवाल ठाढ़ कय” की हासिल करय चाहैत छथि ? जे कियो पहिनेसँ स्वयं खौंझायल अछि तकरा कियो आओर किएक खौंझाओत ? पप्पू यादव रोज किछु नहि किछु बाजि कय सुर्खी लेबाक प्रयास करैत छथि। कांग्रेस पार्टीकेँ अपन कार्यक्रममे निर्णय करबाक अधिकार अछि जे ककरा आमंत्रित करत आ ककरा नहि।”

जनतब जे पिछला सोमदिन भेल कांग्रेस बैसारमे पप्पू यादव मुख्यमंत्री पद लेल कांग्रेसक चेहराक जिक्र करैत प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार आ सांसद तारिक अनवरक नाम लेलनि। एहि बैसारमे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे आओर पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सेहो मौजूद छलथि।

शक्ति यादव आगू कहलनि जे, “कोनो व्यक्ति बिना कोनो कारणक कांग्रेसक बैसारमे शामिल भऽ आकाश केर छूबय केर कोशिश करैत अछि तॅं ओ ओकर भ्रम अछि। तेजस्वी गठबंधन समितिक अध्यक्ष छथि। बिहारके जनता हुनका 2020 मे स्वीकार कयलक आ आइयो ओ नेतृत्वक चेहरा छथि। कियो कतबो कहय, सच्चाईमे कोनो बदलाव नहि होइत अछि।”

शक्ति यादव बिहारमे बढ़ैत अपराधक लेल नीतीश सरकार पर कड़गर हमला सेहो कयलनि। कहलनि जे बिहारमे अपराधीक मनोबल एतेक बढ़ि गेल अछि जे ओ अपनाकेँ “विजयी” आ “सम्राट” मानय लागल अछि। दिनमे हत्या भऽ रहल अछि, अपराधी निर्भीक अछि आ नीतीश सरकार एकदम असफल भऽ गेल अछि। बिहार आब अपराधक राजधानी बनि गेल अछि।

राजद नेता शक्ति यादव नीतीश कुमारकें थाकल कहलनि। ओ दावा कयलनि जे, “पुलिस आ प्रशासन अपराधीकेँ सुरक्षा दऽ रहल अछि आ भारतीय जनता पार्टीक विधायकक इशारा पर अपराधीकेँ बढ़ावा देल जा रहल अछि। जखनि साधुकेँ गुंडा बना देल जायत आ अपराधीकेँ सुरक्षा भेटत तखनि कानून व्यवस्थाक स्थिति कोना सुधरत ?”

शक्ति यादव कांग्रेस नेता राहुल गांधीक बयानक समर्थन कयलथि, जाहिमे ओ बिहारकेँ‘अपराधक राजधानी’ कहलनि। ओ कहलनि जे बिहारमे एहेन कोनो इलाका नहि बाँचल अछि जतय कानून व्यवस्थाक हालत नीक होय। सत्ता एकदम बेहोश अछि। अपराधीकेँ पकड़य केर बजाय पुलिस आ प्रशासन हुनक सुरक्षा कय रहल अछि।

दोसर दिसि बिहारमे जारी मतदाता सूची सत्यापन पर सेहो सवाल उठल। ओ कहलनि जे, मृत मतदाताक नाम हटाबयकेँ बात बुझय योग्य अछि, मुदा दस्तावेजक कमी केर कारण जीवित मतदाताक नाम हटाबय केर काज लोकतंत्रक लूटपाट अछि। चुनाव आयोगकेँ निशाना बनाबैत ओ आगू कहलनि जे 35 लाख मतदाताक नाम हटयबाक प्रक्रिया बिहारक जनताक मताधिकार छीनबाक साजिश अछि।

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