मनीगाछी प्रखंड अंतर्गत पंचायत राज टटुआरक विशौल गाममे अवस्थित प्राचीन सिद्धेश्वर नाथ महादेव मंदिरमे सावन केर सोमवारी पर भक्तक भारी भीड़ जुटत। सैकड़ो कमरथुआ जतय पैदल आ विभिन्न वाहनसँ सिमरियासँ गंगा जल आनि बाबा सिद्धेश्वरनाथक जलाभिषेक करताह ओतहि गामक युवक लोकनि द्वारा आयोजित भव्य रूद्राभिषेक अनुष्ठान ओ भजन संध्या केर आयोजन भक्त लोकनिक विशेष आकर्षणक केन्द्रमे रहत। भक्त लोकनिक सुविधा लेल मंदिर कमिटी केर संग मिलि गामक युवा अनेक कार्यकें अंतिम रूप देबामे लागल छथि। मंदिर कमिटीक अध्यक्ष आ पंचायतक पूर्व मुखिया प्रो जीवकांत मिश्र बतेलनि जे भक्त लोकनिक भारी भीड़कें नियंत्रण करबा लेल मंदिर-पथ पर बैरिकेटिंग केर विशेष व्यवस्था बहाल कयल जायत। जखनकि युवा स्वयंसेवक केर टीम मंदिर परिसरमे चप्पा-चप्पा पर निगरानी आ भक्त लोकनिक सुविधाक ख्याल रखताह। सोमदिन भोरे बघाँत गामसँ लागल गामक सीमानसँ गाजा बाजाक संग कमरथु लोकनिक मंदिर परिसर धरि अगुवानी कयल जायत।
जनतब जे बाबा सिद्धेश्वरनाथ महादेवक महिमा एहि परोपट्टामे खूब प्रसिद्ध छनि। भक्त लोकनिक मानब अछि जे निर्मल मनसँ बाबा सिद्धेश्वर नाथक दरबारमे हाजिरी लगेनिहार केर मनक मुराद निश्चय सिद्ध होइत अछि। मंदिरमे लागल शिलापट्ट केर अनुसार नर्मदा कुंडसँ प्राप्त शिव दंपति ओ गणेशक मूर्तिक संग शिवलिंग केर स्थापना 1763 शाके केर चैत्र शुक्ल दशमी बृहस्पतिकें महान शिव उपासक आ अपना समयक प्रकांड विद्वान सिद्धेश्वर नाथ मिश्र कयलनि। जानकार बतबैत छथि जे एतय स्थापित तीनू मूर्तिमे सँ दू मूर्ति गिरजापति भगवान शिव केर सायुज्य मुक्तिक प्राप्ति लेल आ तेसर गणेश जीक मूर्तिक संग शिवलिंग केर स्थापना सकल अभिलाषित मनोकामनाक शीघ्र प्राप्ति लेल कयल गेल अछि। मंदिरमे प्रवेश करिते एतय स्थापित शिवलिंग भक्तकें विशेष रूपसँ आकर्षित करैत छथि।
समयक प्रवाहमे खंडहरमे बदलि चुकल एहि मंदिर केर वर्ष 1982 मे ग्रामीण लोकनि एकजुट भऽ जीर्णोद्धार करोलनि आ तहियासँ खूब धूमधामसँ एतय तीन दिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव केर आयोजन कयल जाइत अछि। मंदिर परिसरमे निर्मित पार्वती मंदिर आ ग्रामीण इंद्रकांत झाक पुण्य स्मृतिमे हुनक परिजन द्वारा निर्मित सिद्धेश्वर नाथ मंदिरक भव्य प्रवेश-द्वार लोकक विशेष आकर्षणक केंद्र बिंदु बनैत अछि।