बिहारमे जेना प्रशासने आ पुलिसकर्मी सभ असहाय भऽ गेल होय तहिना लागि रहल अछि। जनतामे पुलिसक जेना लेशमात्र भय व्याप्त नहिं रहलै तहिना लगातार होइत घटना सभ कहि रहल अछि। पुलिसे सभकेँ अपन जान बचबयकेँ चिंता रहैत छनि। अपराधी सभकेँ पकड़य लेल जाइत छथि मुदा अचानक घरक छत सभसँ पाथर आदि चलय लगैत अछि आ घर-घरसँ मानू महिला-पुरुष लाठी-डंडा आ हथियार लऽ कऽ निकलैत अछि आ पुलिसकर्मी सभकेँ भीड़ घेरि लैत अछि आ मारि-पीटि शुरू भऽ जाइत अछि। जान बचा कऽ भागयमे पुलिस कर्मी सफल रहला तऽ रहला अन्यथा घायल आ जान तक गमाबय पड़ि रहल अछि। लोकमे ई चर्चा भऽ रहल अछि जे आगामी चुनावक कारण प्रशासनकेँ हाथ बांधि देल गेल छैक आ सख्ती करय केर निर्देश नहिं छैक। सभ आदित्य नाथ योगीक चर्चा कऽ रहल अछि जे कानुन-व्यवस्था बनबय लेल पुलिस आ प्रशासनकेँ खुला छुट देने अछि आ जँ संयोगोसँ पुलिस पर कोनो हमला भेल तऽ तकर निराकरण ततहि शिघ्र कऽ देल जाइत अछि। अपराधीमे भय आ लोकमे सुरक्षाक भावना संतुष्टिदायक अछि, मुदा एम्हर बिहारमे एखनि मानू पुलिस आ प्रशासन सूप-भाटा भऽ गेल अछि।
पुनः मुजफ्फरपुरमे भीड़ पुलिस पर पाथर आ लाठी-डंडासँ हमला कयलक, तकर सूचना भेटल अछि। पुलिस दल दरोगा समेत कहुना भागि कऽ जान बचेलक, तथापि कतेक घायल भेल। बैक गियरमे प्रायः तीन किलोमीटर गाड़ी चलबैत कहुना पुलिसक टीम भागि कऽ अपन जान बचबयमे सफल रहल।