दरभंगा हवाई अड्डा पर आब रातिमे सेहो उड़ान संचालनक अनुमति देल जायत। अगिला दू मासमे नाइट लैंडिंग सुविधा देबाक काज तेजीसँ चलि रहल अछि। दरभंगा हवाई अड्डा पर रात्रि लैंडिंग लेल अधिकृत २४ एकड़ जमीन पर चारदीवारी पूरा कयल जा रहल अछि। चारदीवारी पूरा भेला पर एप्रोच लाइट लगयबाक काज पूरा भऽ जायत। दरभंगा हवाई अड्डा पर एजीएलएस लगयबाक काज पूरा भऽ चुकल अछि, आब मात्र आईएलएस लगयबाक अछि। एयरपोर्ट अथॉरिटी आफ इंडिया ई काज टाटाकेँ सौंपने अछि।
दरभंगा हवाई अड्डा पर रात्रि लैंडिग लेल रक्षा मंत्रालयसँ एनओसी मांगल गेल अछि। आशा अछि जे जँ सब किछु समय पर भऽ जायत तँ जनवरीक अन्त धरि दरभंगा हवाई अड्डा पर रातिमे उड़ान परिचालन शुरू भऽ जायत।
एहि संबंधमे राज्यसभा सांसद संजय झा मीडियासँ कहलनि, “भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) केँ जमीन हस्तांतरित भेलाक बाद दरभंगा हवाई अड्डा पर रात्रि लैंडिंगक प्रक्रिया शुरू कऽ देल गेल अछि। हवाई अड्डा पर श्रेणी १ (कैट आई) आईएलएस (इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम) लगलाक बाद रातिमे सेहो विमानक आवाजाही संभव होयत।।”
दरभंगा हवाई अड्डा पर कैट आई आईएलएसक स्थापनासँ एकर समाधान होयत। इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टमक स्थापनासँ विमानक संचालनमे कोनो समस्या नहि होयत। विमान एतय जाड़क मौसम, कुहेसक स्थिति आ कम दृश्यतामे सेहो सुरक्षित रूपसँ उतरबामे सक्षम होयत। एकर अतिरिक्त दरभंगा हवाई अड्डाक रनवेक विस्तार कयल जायत जाहिसँ पैघ विमान ओतय उतरि सकय।
दरभंगाक लोकसभा सांसद एहि सम्बन्धमे केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंहसँ सेहो भेंट कयने छथि। सांसद गोपालजी ठाकुर कहलनि जे ओ रक्षा मंत्रीसँ मांग कयलनि अछि जे रात्रिकालीन लैंडिंग सिस्टमसँ एमएएफआई २ योजनाक तहत दरभंगा हवाई अड्डाकेँ अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) देल जाय। ओ कहलनि जे कैट द्वितीयक औपचारिकतासभ पूरा भेलाक बाद दरभंगाकेँ अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डाक दर्जा भेटबाक मार्ग साफ भऽ जायत। ओ कहलनि जे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह अगिला साल हवाई अड्डाक नव टर्मिनल भवनक समीक्षा करबाक लेल दरभंगा अयबाक कार्यक्रम बना रहल छथि।