शिक्षा

आधार आ अपारक अनिवार्यताक कारण छात्रक संख्यामे साढ़े आठ लाखक आयल कमी

पटना समदिया
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पिछला शैक्षणिक सत्रक तुलनामे वर्तमान शैक्षणिक सत्रमे मिड डे मील योजनाक लाभ उठाबयवाला बच्चाक संख्यामे करीब 8.53 लाखक कमी आयल अछि। बच्चाक संख्यामे अयल कमीक मुख्य कारण नामांकनक लेल आधार आ अपार कार्डक आवश्यकता अछि।

शिक्षा विभागक विशेषज्ञक कहब छनि जे एहि दुनू अनिवार्यताक कारण ओहि बच्चा सभकेँ हटा देल गेल अछि, जिनकर अभिभावक मात्र सरकारी योजनाक लाभ उठाबय लेल सरकारी स्कूलमे नामांकन करा देने छलथि।

अधिकारिक जानकारीक अनुसार चालू शैक्षणिक सत्र 2025-2026 मे सरकारी विद्यालयमे कक्षा एकसँ कक्षा आठ तकमे नामांकित छात्रक कुल संख्या 1.64 करोड़ (1,64,54,862) अछि। जखनिकि पिछला शैक्षणिक सत्र 2024-2025 मे कुल नामांकित छात्रक संख्या 1.73 करोड़ (1,73,08, 297) रहल। एहि तरहें पिछला सालक तुलनामे एहि साल कक्षा एकसँ आठमे बच्चाक संख्यामे 8,53, 435 केर कमी आयल अछि, जँ जिला स्तरक आंकड़ाक विश्लेषण करि तs दूटा जिला किशनगंज आ सिवानमे पिछला सालक मुकाबिले एहि शैक्षणिक सत्रमे छात्रक संख्या घटबाक बजाय बढ़ल अछि। पिछला शैक्षणिक सत्रक तुलनामे किशनगंजमे करीब 1069 बच्चाक नामांकन बेसी भs चुकल अछि। सिवानमे तुलनात्मक रूपसँ बढ़ल बच्चाक संख्या 455 अछि, बाकी सबटा 36 जिलामे कक्षा एकसँ आठ तकक बच्चाक संख्यामे कमी दर्ज कयल गेल अछि। उल्लेखनीय अछि जे स्कूली बच्चा लेल आधार कार्ड जेकां अपार कार्ड बनाओल जा रहल अछि। अपार (ऑटोमेटेड परमानेंट अकादमिक रजिस्ट्री) आधार कार्डक तरह 12 अंकक अछि. ई एक तरहक डिजिटल आईडी कार्ड अछि जे बचपनसँ पढ़ाई केर अंत तक ओहिना रहत। शैक्षणिक अभिलेख, शैक्षणिक उपलब्धि आ शिक्षासँ संबंधित अन्य सबटा जानकारी एहिमे उपलब्ध रहत। चूँकि एहि कार्डमे डुप्लिकेशन संभव नहि अछि, एहि लेल दू ठाम बच्चाक रजिस्ट्रेशन नहि भs सकैत अछि। एहि लेल दोहरा नामांकन वाला बच्चा पकड़ल जाइत अछि।

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