• पृथ्वीकेँ संविधान-प्रस्तावनामे शामिल करय केर प्रस्ताव पर डब्ल्यूएनडी प्रतिबद्ध
• २०२६ मे होबयवाला प्लानेट मार्चक लेल भारत सरकारक पूर्ण सहयोग चाहैत अछि डब्ल्यूएनडी
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दरभंगा
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वैश्विक लोकतंत्र आ भूमण्डलीय शान्ति हेतु कार्यरत दरभंगा स्थित संस्था वर्ल्ड नेचुरल डेमोक्रेसी (डब्ल्यूएनडी) आबयवाला समयमे एकटा ऐतिहासिक मार्चक आयोजन करय जा रहल अछि जे कतेको दृष्टियें अन्तरराष्ट्रीय राजनीतिकेँ सकारात्मक रूपमे प्रभावित करत। अप्रैल २०२० मे लॉकेडाउनसँ (पृथ्वी बचाओ आन्दोलन अन्तर्गत) पृथ्वी ग्रहकेँ सभ राष्ट्रक संविधान-प्रस्तावनामे शामिल करय केर प्रस्ताव पर प्रतिबद्ध डब्ल्यूएनडी धीरे-धीरे अप्रैल २०२६ मे प्रस्तावित प्लानेट मार्च (जकरा पहिने ‘धरती जोड़ो यात्रा’ नाम देल गेल छल) केर तैयारी शुरू कय रहल अछि। एही क्रममे, विभिन्न देशक दूतावास आ भारत सरकारसँ सहयोग प्राप्त करय केर इरादासँ डब्ल्यूएनडी अध्यक्ष डॉ. जावैद अब्दुल्लाह यूनाइटेड नेशन्स इण्डिया ऑफ़िस, पार्लियामेंट, प्रधानमंत्री आ राष्ट्रपति कार्यालयमे एकर आवेदन देताह। एहि प्रस्तावक लेल भारतमाता मन्दिर वाराणसीसँ संसद भवन नई दिल्ली तक ८५० किमी केर साइकिल यात्रा करताह। एहि एकल साइकिल मार्चक संज्ञा ‘पृथ्वी अधिकार यात्रा–प्रकृति अधिकार यात्रा’ अछि जे रमज़ानक रोज़ा (उपवास) केर संग सेहो चलत। बतबैत चली जे नेचुरल डेमोक्रेसी केर अंतर्गत प्रमुख रूपसँ दू भागमे कुल आठ टा प्रस्ताव अछि। जाहिमे प्रथम भागक चारि टा प्रस्ताव एहि प्रकारसँ अछि : (1) पृथ्वी ग्रहकेँ संविधानक प्रस्तावनामे शामिल कयल जाय। (2) प्रकृति-पर्यावरण (वन, वायु, मिटटी, जल) केर संरक्षण-संकल्पकेँ प्रस्तावनामे जोड़ल जाय (3) पृथ्वी ग्रहकेँ राष्ट्रध्वजमे स्थान देल जाय (4) प्रकृति-पर्यावरणीय नागरिकताक कर्त्तव्य बोध यानी पृथ्वी-प्रकृति पर हमार निर्भरताक वास्तविकताकेँ ध्यानमे राखैत पृथ्वी दिवस पर पृथ्वी ग्रहक संवैधानिक ध्वजारोहण कयल जाय। ज्ञात होय कि भारतमे एहिसँ पहिने १९९८-९९ मे नोबेल शान्ति पुरस्कार विजेता आ बचपन बचाओ आन्दोलन केर संस्थापक कैलाश सत्यार्थी बाल मज़दूरीक विरुद्ध वैश्विक मार्च (ग्लोबल मार्च अगेंस्ट चाइल्ड लेबर) आयोजित कयने छलथि। १०३ देश, ८० हज़ार किमी केर ओहि मार्चमे डेढ़ करोड़ लोक आ दुनिया भरिसँ ७१ राष्ट्राध्यक्ष शामिल भेल छलथि। लेखक-दार्शनिक एवं पृथ्वी अधिकार कार्यकर्ता डॉ. जावैद अब्दुल्लाह केर मानब अछि कि २०४० तक विश्वक राजनीति बदलत; मुदा ई बदलाव एहि ग्रह पर जीवन-हितमे हेबाक चाही, जाहिमे एशिया सहित भारतक भूमिका अग्रणी होय, ई हमरा सभकेँ प्रयास करय केर चाही। एहि अवसर पर डब्ल्यूएनडी सदस्य प्रो. विद्यानाथ झा, डॉ. आशुतोष व्यास आ सहोदय केर संस्थापक अनिल कुमार, फ़ज़ले हक़ आदि शुभकामना देलनि।