‘मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश’क पाँचम स्थापना दिवस पर फोरमक एग्यारह सदस्यीय टीमक संग अनेकानेक सहभागीक अभिनंदन

निज समदिया!! मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश (राष्ट्रीय मैथिली दैनिक) २६ दिसम्बर २०२५ केँ चारि साल पूरा कऽ पाँचम सालमे प्रवेश करत। एहि अवसर पर राँचीमे एहि मैथिली अखबारक २६ दिसम्बरकेँ ‘पाँचम स्थापना दिवस : २०२५’ समारोहपूर्वक मनाओल जा रहल अछि।
जनतब जे ई मैथिली अखबार ‘मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश (राष्ट्रीय मैथिली दैनिक) आब ‘मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश फोरम’क अंतर्गत संचालित भऽ रहल अछि। ई फोरम कंपनी अधिनियम एवं सेक्शन 8 केर अधीन पंजीकृत ट्रस्ट अछि। संगहि ‘मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान’ सहित प्रायः १३ टा जनकल्याणक उपक्रम एखनि एहि फोरमक अंतर्गत गतिशील अछि। तऽ मैथिली अखबारक ई स्थापना दिवस समारोह एहि फोरमक आयोजकत्वमे भऽ रहल अछि। एहि अवसर पर फोरमक गतिविधि पर सेहो प्रकाश देल जाएत।
२०१३ ईस्वीसँ ‘मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश (त्रैमासिक) सँ शुरू भेल पुनर्जागरण यात्रा जे दुईटा असंभव सन पुनर्जागरण मैथिलीक लिपिक लेल ‘मिथिलाक्षरक पुनः उदय’ आ मैथिलीक भाषाक लेल ‘मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश (राष्ट्रीय मैथिली दैनिक) केर प्रकाशनक संग अन्य आर प्रायः ११ प्रकारक उपक्रम पर प्रकाश डालैत आइ १२ साल जकरा प्रायः लोकाचारमे एकटा लौकिक युग कहैत अछि, एतय धरिक यात्रा तय कयलाक बाद ई एकटा फोरमक आकार ग्रहण कयलक अछि, अर्थात ई फोरम अनायास अकस्मात नहिं बनल अछि बल्कि एकटा नमहर संघर्ष ओ उपलब्धिक परिणाम अछि आ आब एकरा आर निर्णायक परिणाम सभ दिशि आगू बढ़य केर छैक।
एहि अवसर पर एहि फोरमक विभिन्न उपक्रम सभमे विभिन्न प्रकारसँ निरंतर तन-मन-धन आ यत्नसँ लागल सहभागी सभकेँ अभिनंदन करय केर प्रयास ई फोरम एहि अवसर पर करय जा रहल अछि। यद्यपि एहि विशाल यात्रामे अनेकों ज्ञाताज्ञात लोकक सहभागी रहल अछि, फलतः फोरमक वशक बात नहिं अछि सभकेँ प्रत्यक्ष अभिनंदन करब, तें सर्वप्रथम ओहि सभ ज्ञाताज्ञात सहभागीगणकेँ आत्मिक अभिनंदन ई फोरम करैत अछि आ पुनः कोनो ने कोनो रुपमे निरंतर सक्रिय सहभागीक प्रत्यक्ष अभिनंदन करय केर प्रयास कयल गेल अछि, तथापि ताहूमे त्रुटि एवं छुटय केर संभावना अछि।
फिलहाल प्रायः एक सय गोटेकेँ अभिनंदनक लेल नामक सूची तैयार कयल गेल अछि, ताहिमे जे अवसर पर रांचीमे रहथिन तिनका ओतहि मंचसँ अभिनंदन कयल जाएत एवं बाकीकेँ अभिनंदन-पत्र भेजल जाएत।
एहि क्रममे ११ सदस्यीय फोरमक एखनुक अधिकारी गणक टीमक संग सभ सहभागी गणक अभिनंदनक प्रयास कयल जयबाक नियार छैक।
११ सदस्यीय टीममे क्रमशः सुधीर कुमार ठाकुर, दिलीप कुमार झा, कुमार प्रमोद चन्द्र, डाॅ. मीना झा, विष्णु मोहन कंठ, डाॅ. विनय कर्ण, अमलेश मिश्र, अशोक लाल, धर्मेन्द्र कुमार झा, डाॅ. गोपाल कुमार झा एवं रुपा कुमारी छथि।
आगू सहभागीगणमे : डाॅ. योगानंद झा, प्रवीण भारद्वाज, माधुरी झा, डाॅली शंभुनाथ झा, डाॅ. शिवा कान्त झा, सुप्रीता झा, आशीष मिश्र, उमा झा, मनीष कुमार ठाकुर, तारानंद झा ‘तरुण’, अभय कुमार झा, अमल कान्त झा, तारा झा, डाॅ.अरुणा झा, श्री जयति, सुधा झा, जटाशंकर झा, मंजुला ठाकुर, ज्ञानेन्द्र (सुकान्ता) भास्कर, शंभु नाथ झा, गायत्री झा, उषा चौधरी, संजय मिश्र, रमेश कुमार झा, सुशील कुमार झा ‘चुन्नू’, कृष्ण कान्त झा, प्रवीण ‘वैभव किसलय, संजय कुमार झा, डाॅ. हरे कृष्ण झा, बन्सीधर झा, अशोक कुमार निधि, रंजना झा, विक्रम आदित्य सिंह, इन्द्र कान्त लाल कर्ण, कमलेश कुमार झा, सीए आशीष नीरज, शेष नाथ झा, चन्द्र मोहन झा, रविन्द्र झा, बिमल कुमार झा, नरेश कुमार दास, नवीन कुमार झा, सत्य नारायण लाल दास, राजेश मिश्र, अजीत कुमार झा, विकास झा, कमल नयन, प्रदीप कुमार, प्रमोद आर झा, चंदन कुमार झा, आत्मा राम साह, ज्योति झा, मिना कुमारी, मनोज कुमार, प्रशांत कुमार झा, सुनिल पाठक, प्रीति कुमारी, मालती मिश्रा, गिरिधारी झा, बिरेन्द्र झा, चंद्रमौली कर्ण, आशुतोष मिश्रा, इन्द्रजीत कुमार, डाॅ.राजेश कुमार झा, संदीप कुमार कर्ण, संजीव झा, डाॅ शिल्पी झा, आशीष कुमार पाण्डेय, सरिता दास, पंकज कुमार कर्ण, आभा झा, विवेक चन्द्र मिश्र, मीनाक्षी चौधरी, अनुराग झा, मुकुन्द रंजन, नेहा मिश्रा, संत कुमार मंडल, राघव मिश्र।
