जनसरोकार

केंद्र सरकारक माछ निर्यातकेँ दुगुना करबाक लक्ष्य, माछ पालककेँ भेटत प्रशिक्षण

भुवनेश्वर समदिया
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काल्हि ओडिशा केर राजधानी भुवनेश्वरमे राष्ट्रीय मछुआरा दिवसक अवसर पर केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन आ डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह मत्स्य पालनक क्षेत्रमे नवाचार आ तकनीकक महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देलनि। ओ कहलनि जे माछ निर्यात दुगुना भऽ जाएत। एकर संग-संग मछुआराकेँ प्रशिक्षण देबाक गप सेहो कयलनि।

केंद्रीय मंत्री कहलनि जे सरकार वैश्विक स्तर पर मत्स्य क्षेत्रकेँ आओर मजबूत करबा लेल माछक निर्यातकेँ दुगुना करबाक लक्ष्य तय कयलक अछि। ओ आईसीएआर-सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फ्रेशवाटर एक्वाकल्चर (सीआईएफए), भुवनेश्वरमे मत्स्य प्रदर्शनीक उद्घाटन कयलनि।

आयोजनकेँ संबोधित करैत ओ कहलनि, “आईसीएआर (इंडियन काउंसिल आफ एग्रीकल्चरल रिसर्च) मछुआरा आ किसान लेल नव तकनीकक प्रसारमे बहुत सफलता हासिल कयलक। एतय प्रदर्शित तकनीक आ मॉडल नहि सिर्फ आशाजनक अछी बल्कि मछली उत्पादन बढ़ाबय आ ग्रामीण अर्थव्यवस्थाकेँ मजबूत करयमे सेहो सक्षम अछी।” मंत्री देशक मत्स्य क्षेत्रक वैश्विक उपलब्धि पर प्रकाश देलनि।

ओ कहलनि जे, वर्तमानमे भारतक माछ निर्यात 60,500 करोड़ रुपया धरि पहुंच गेल अछि, हम एकरा दुगुना करय लेल प्रतिबद्ध छी। ओ सब हितधारकसँ अपील कयलनि कि गुणवत्ता, स्थायित्व आ अंतर्राष्ट्रीय मानक पर ध्यान केंद्रित कय मिल कय काज करल जाय।
राजीव रंजन सिंह वैज्ञानिक तरीकासँ मछली पालन केर बढ़ावा देबाक जरूरत पर जोर देलथि। ओ कहलनि जे, हमर उद्देश्य अछि जे ई नव तकनीक देशक सभ मछुआरा आ किसान धरि पहुंचय, एकरा लेल कौशल विकास आ प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान देल जा रहल अछि।

ओ कहलनि जे सरकार जल्दीए मत्स्य प्रबंधन, वैज्ञानिक प्रजनन आ एकीकृत खेती मॉडल पर केंद्रित नव योजना शुरू करत। ओ कहलनि जे हमर उत्पादनक लक्ष्य मछुआरा आ किसानक भागीदारी पर निर्भर करैत अछि, मुदा हम भारतकेँ मछली पालनमे वैश्विक अग्रणी बनेबाक लेल स्पष्ट रणनीति आ मजबूत संकल्पक संग आगू बढ़ि रहल छी।

एहि आयोजनमे केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एस.पी.सिंह बघेल, जॉर्ज कुरियन आ ओडिशाक मत्स्य मंत्री गोकुलानन्द मलिक सेहो भाग लेलनि।

भारतक मछली उत्पादन पिछला ११ सालमे ९५.७९ लाख टनसँ बढ़ि १९५ लाख टन भऽ गेल, जाहिमे अंतर्देशीय मत्स्य पालन केर योगदान १४० प्रतिशत बढ़ि गेल अछि।

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