केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय देशमे पावर ट्रांसमिशन इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ेबाक लेल २०३१-३२ धरि ९.१२ लाख करोड़ टाकाक निवेश करबाक योजना बनौने अछि। ई जानकारी केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक राज्यसभामे देलनि।
केंद्रीय मंत्री कहलनि, “राष्ट्रीय विद्युत योजना (ट्रांसमिशन) केर अनुसार २०२२-२३ सँ २०३१-३२ तक १० सालक अवधिमे १.९१ लाख किलोमीटर (किमी) ट्रांसमिशन लाइन आ १२७४ गीगा वोल्ट एम्पियर (जीवीए) ट्रांसफोर्मेशन क्षमता (२२० केवी आ ओहिसँ बेसी वोल्टेज स्तर पर) जोड़ल जायत। एकर अतिरिक्त, ३३.२५ गीगावॉट हाई वोल्टेज डायरेक्ट करंट (एचवीडीसी) बाय-पोल लिंकक सेहो योजना बनाओल गेल अछि।
एकर अतिरिक्त, अंतर-क्षेत्रीय ट्रांसमिशन क्षमताकेँ वर्तमान स्तर ११९ गीगावॉटसँ बढ़ाकऽ २०२६-२७ धरि १४३ गीगावाट आ २०३१-३२ धरि १६८ गीगावाट करबाक योजना अछि। ई योजना संचरणक लेल नव प्रौद्योगिकी विकल्प, सीमा पार अंतर-कनेक्शन आ संचरणमे निजी क्षेत्रक भागीदारीपर जोर देल गेल अछि।
राष्ट्रीय विद्युत योजना (ट्रांसमिशन) मे नेपाल, भूटान, म्यांमार, बांग्लादेश आ श्रीलंका सन पड़ोसी देशक सङ्ग विद्यमान आ योजनाबद्ध अन्तरसम्पर्ककेँ सेहो शामिल कयल गेल अछि। एकटा आओर लिखित उत्तरमे मंत्री कहलनि जे एखनि देशमे कुल १३,९९७.५ मेगावाट क्षमतावला २८ जलविद्युत परियोजना (एचईपी) आ ६,०५० मेगावाटक पाँचटा पम्प स्टोरेज परियोजना (पीएसपी) निर्माणाधीन अछि।
केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण द्वारा कुल १९,४६० मेगावाटक २८ एचईपी आ ४,१०० मेगावाटक चारिटा पीएसपीक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) केँ मंजूरी देल गेल अछि। ओ कहलनि जे कुल ८,०३६ मेगावाटक ११ एचईपी सर्वेक्षण आ जाँच (एस एंड आई) पर अछि।
वर्तमानमे २९,२०० मेगावाट कोइला आधारित क्षमता निर्माणाधीन अछि, १८,४०० मेगावाट क्षमता आवंटित कयल गेल अछि आ ४७,२४० मेगावाट संभावित क्षमता विचाराधीन अछि। केन्द्रीय मंत्री आगू जनओलनि जे ३१ अक्टूबर धरि कुल १,२७,०५० मेगावाट रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता कार्यान्वयनाधीन अछि, जखन कि ८९,६९० मेगावाट बोली प्रक्रियामे अछि।