बहुत रास कठिनाई एवं बाधाक बीच तथापि मैथिली भाषा अपन स्थान पाबैत आबि रहल अछि। यद्यपि समग्र रुपसँ अधिकारक उपयोग होबयमे एखनौंह व्यवधान छैक। तथापि जे प्राप्त होइत जाइत छैक तकर खुलि कऽ अभिनंदन होबय केर चाही आ निश्चित रूपसँ एहि लेल जनप्रतिनिधिक सेहो प्रसंशा होबय केर चाही। कमसँ कम रिंगमे तऽ बनल छी, जँ एतबौह नहिं होइत तऽ कतय केर रहितौंह।
शास्त्रीय भाषाक सूचीमे बिहार सरकार द्वारा प्रस्ताव नहिं भेजबाक कारण मैथिली भाषा अंकित होयबासं रहि गेल। मुदा संचार तंत्रक प्रवाहक कारण आइ-काल्हि सोसल मीडिया एवं प्रिंट मीडियाक माध्यमसँ आवाज सरकार तक जल्दी पहुँचैत छैक, मिथिलावासीक विभिन्न स्रोतसँ आक्रोश प्रायः वायरल सदृश दृष्टिगोचर भेल संगहि संग किछु जनप्रतिनिधिक सहयोगात्मक रवैया सभक कारण अंततः बिहार सरकार द्वारा केंद्र सरकारकेँ प्रस्ताव भेजल गेल अछि आ मिथिलावासीक आशा जीवंत अछि।
एहि सभक बीच संविधान दिवस पर मैथिली भाषाक अनुदित प्रति’क विमोचनक समाचार मिथिलावासीमे गौरवक अनुभूति करौलक फलतः ओहि क्षणक विडियो वायरल भेल अछि। संविधान सदन (पुरना संसद भवन) केर सेंट्रल हाॅलमे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, विपक्षक नेता आदिक द्वारा संविधानक मैथिली प्रति’क विमोचन कालमे उद्घोषिकाक मिसरी मिश्रित बोल, “भारतक प्राचीनतम भाषामे मैथिलीक उच्चतम स्थान थिक’ मिथिलावासीक हृदयमे मानू समा गेल होय, तकर पुरा विडियो वायरल अछि।
राष्ट्रपति कहलनि कि पिछला ७५ सालमे हमर देश विश्व बंधुत्वक रूपमे उभरल अछि। आइ एकटा कृतज्ञ राष्ट्र अपन संविधानक निर्मातासभकेँ नमन करैत अछि।
आब अहाँ भारतक संविधान मैथिली भाषामे सेहो पढ़ि सकैत छी। संविधानक गठनक ७५ वर्ष पूरा भेलाक अवसर पर मंगल दिन भारतक दूटा प्राचीन भाषा मैथिली आ संस्कृतमे अनूदित संविधानक प्रतिक विमोचन कयल गेल। एहि अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उपस्थित छलीह। राष्ट्रपतिक सङ्ग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आ नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी सेहो छलथि। संविधान दिवस पर एकटा विशेष डाक टिकट आ सिक्का सेहो जारी कयल गेल अछि। २००४मे अटल बिहारी वाजपेयी सरकार भारतक प्राचीन भाषा मैथिलीकेँ संविधानक ८म अनुसूचीमे सम्मिलित कऽ भारतक आधिकारिक भाषाक दर्जा देने छलथि।
एहि अवसर पर आयोजित कार्यक्रमकेँ सम्बोधित करैत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कहलनि जे ई संविधान देशक मेधावी लोकक देन अछि। ई देशक विविधताकेँ अभिव्यक्ति देलक अछि। राष्ट्रपति कहलनि कि पिछला ७५ सालमे हमर देश विश्व बंधुत्वक रूपमे उभरल अछि। आइ एकटा कृतज्ञ राष्ट्र अपन संविधानक निर्मातासभकेँ नमन करैत अछि। हम सभ एहि कालखंडमे बहुत प्रगति कयलहुँ अछि आ आब हम महिला सशक्तिकरणक दिसि बढ़ि गेल छी। एहि दौरान राष्ट्रपति महिला सांसदक योगदानक सेहो सराहना कयलनि आ कहलनि जे हमर सरकार आवश्यक सार्वजनिक सुविधा पर ध्यान केन्द्रित कयलक अछि। ई हमर संविधानक उद्देश्य अछि जे कार्यपालिका, न्यायपालिका आ विधायिका आम लोकक हितक लेल मिलिकऽ काज करय। ओ कहलनि जे राष्ट्रक लक्ष्यकेँ प्राप्त करबामे हम सभ एक सङ्ग छी आ विविधतामे एकता अछि।
कार्यक्रमक अवधिमे, पक्ष आ विपक्ष एक छल। संविधानक मैथिली आ संस्कृत प्रति’क विमोचनक समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीक संग राष्ट्रपति सेहो छलाह, जखन कि राहुल गाँधी, मल्लिकार्जुन खड़गे सन विपक्षी नेता सेहो उपस्थित छलाह। एकर अतिरिक्त दुनू सदनक अध्यक्ष आ उपाध्यक्ष सेहो मंच पर छलाह। ७५म संविधान दिवसक अवसर पर विशेष डाक टिकट आ सिक्का सेहो जारी कयल गेल। संविधान दिवसक अवसर पर दुनू सदनक संयुक्त सत्रमे राष्ट्रपति सभ सदस्यसँ संविधानक प्रस्तावना पढ़बेलनि।