पाकिस्तान स्थित मानवाधिकार संगठन सोमदिन कहलक कि पाकिस्तानी सुरक्षा बल आ “राज्य-समर्थित डेथ स्क्वॉड्स” बलूचिस्तानमे 2025 केर शुरुआतसँ 785 लोककेँ जबरन गायब कय देलक अछि आ 121 लोककेँ मारलक।
बलूच नेशनल मूवमेंटक मानवाधिकार विभाग ‘पांक’ द्वारा जारी रिपोर्टमे कहल गेल अछि जे औसतन सभ दिन चारि गोटेकेँ जबरन लापता कयल जा रहल अछि आ एक गोटेक हत्या भऽ रहल अछि। पीड़ितमे छात्र, पत्रकार आ शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारी शामिल छथि, जाहिमे सँ बहुतोकेँ कराची आ इस्लामाबाद एहेन शहरसँ अपहरण कएल गेल अछि।
रिपोर्टमे कहल गेल अछि कि ई कार्यवाही सुरक्षा बल आ राज्य-समर्थित डेथ स्क्वॉड्स द्वारा कयल गेल अछि जे पूर्ण दंडमुक्तिक संग काज कय रहल अछि।
एकटा आओर घटना रविदिन सामने आयल जखनि दिसंबर २०२४ सँ लापता इनायत खैर मोहम्मदकेँ सेहो पाकिस्तान समर्थित डेथ स्क्वॉड मारलक। एकर पुष्टि बलूचिस्तान केर मानवाधिकार परिषद (एचआरसीबी) कयलक।
एचआरसीबी कहलक कि ई डेथ स्क्वाड ‘पूर्ण दंडहीनता’ केर संग काज कय रहल अछि आ मानल जा रहल अछि कि ई बलूचिस्तानमे राज्य केर हित लेल काज करैत अछि।
एचआरसीबी कहलक कि ई पैटर्न पहिनेसँ दस्तावेजबद्ध तरीकाक अनुरूप अछि जकर उद्देश्य बलूचिस्तानमे राज्य नीतिक आलोचकक आवाजकेँ चुप करय आ न्याय प्रणाली आओर निगरानी तंत्रसँ बचब अछि।
मानवाधिकार संगठन कहलक कि कार्यवाही अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संधि खास कय बलूचिस्तान केर मानवाधिकार परिषदक तहत पाकिस्तानक दायित्व केर उल्लंघन करैत अछि। जीवनक अधिकार, मनमाना गिरफ्तारीक खिलाफ सुरक्षा आ जबरन लापता आ न्यायालयक बाहर हत्या पर रोक लगेनाइ नागरिक आ राजनीतिक अधिकारकेँ अंतर्राष्ट्रीय करारक प्रावधानमे शामिल अछि।
मानवाधिकार संगठन अंतरराष्ट्रीय समुदायसँ आह्वान कयलक कि बलूचिस्तानमे भऽ रहल एहि अत्याचार पर गंभीरतासँ ध्यान देल जाय। न्याय आ जवाबदेही सुनिश्चित करय लेल स्वतंत्र आ प्रभावी तंत्र स्थापित कयल जाय।