बहुजन समाज पार्टीक सुप्रीमो मायावती शनिदिन कांग्रेस आ भारतीय जनता पार्टी पर कड़ा हमला कयलनि। ओ दुनू दल पर अपन राजनीतिक हित आ विचारधाराक तहत भारतीय संविधानक मूल भावनाक संग छेड़छाड़ करय केर आरोप लगौलनि।
मायावती कहलनि, बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर सर्वजन हिताया-सर्वजन सुखाय केर उद्देश्यसँ देशक मानवीय आ उत्कृष्ट संविधान देने छलाह, मुदा कांग्रेस शुरूमे आ आब भाजपा सालोंसँ एकरा कमजोर करय केर कोशिश कय रहल अछि।
ओ कहलनि जे, ई दुनू दल दलित, पिछड़ा वर्ग, महिला आ किसानक अधिकार पर हमला कयलक आ संविधानमे अनावश्यक संशोधन कय देशक जातिवादी संरचनाकेँ फेरसँ स्थापित करबाक प्रयासमे लागल अछि। बसपा एहि प्रयासक घोर निंदा करैत अछि।
आरक्षणक मुद्दा पर संविधानक तहत देल गेल अधिकारकेँ कोनो हालतमे कमजोर नहि होबय देल जायत। भाषाई राजनीति पर ओ स्पष्ट कयलनि जे संविधानक भावनाक अनुरूप सब भाषाकेँ समान सम्मान भेटबाक चाही।
मायावती केन्द्रीय निर्वाचन आयोगसँ अपील सेहो कयलनि जे सब राजनीतिक दलकेँ विश्वासमे लय संविधानक अनुसार काज करू। देशमे महिला सुरक्षा, दलित उत्पीड़न आ धार्मिक हिंसाक मुद्दा उठबैत ओ कहलनि जे, स्थिति दिन प्रतिदिन खराब भऽ रहल अछि। ओ बंगाल सहित बहुत रास राज्यमे महिलाक हालत पर विशेष चिंता व्यक्त कयलनि।
मायावती कहलनि जे, बसपाक संगठनात्मक संरचना मजबूत भऽ रहल अछि आ पार्टी मीडियाक देखाबटी धरि सीमित नहि अछि। ओ स्पष्ट कयलनि जे जा धरि राज्य स्तर पर संगठनात्मक संरचना पूर्ण रूपसँ तैयार नहि भऽ जाएत ता धरि बैसार जारी रहत।
एकर संग-संग ओ चेतावनी देलनि जे, “जँ संवैधानिक विरोधी चरित्र नहि बदलल जायत तखनि बसपा चुप नहि बैसत। जरूरत पड़ला पर पार्टी सड़क पर उतरत।”